Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

Trending Visual Stories और देखें
विज़ुअल स्टोरी

5वीं बार बम की धमकी! जयपुर का SMS स्टेडियम बना आतंक का निशाना, अध्यक्ष को जान से मारने की चेतावनी

SMS Bomb Threat: जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को बम से उड़ाने की 5वीं धमकी मिली। ईमेल में अध्यक्ष को जान से मारने की बात, साइबर सेल और पुलिस हाई अलर्ट पर। जांच में सामने आए अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन।

5वीं बार बम की धमकी! जयपुर का SMS स्टेडियम बना आतंक का निशाना, अध्यक्ष को जान से मारने की चेतावनी
जयपुर का SMS स्टेडियम बना आतंक का निशाना

जयपुर: राजस्थान की राजधानी में स्थित प्रतिष्ठित सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium) एक बार फिर डर और दहशत के साए में आ गया है। बीते कुछ महीनों में लगातार बम धमाकों की धमकी मिलने के बाद अब यह पांचवीं बार है जब स्टेडियम को उड़ाने की चेतावनी दी गई है। इस बार ईमेल के जरिए स्टेडियम अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी भी दी गई है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।

जर्मनी और नीदरलैंड्स से जुड़े हैं मेल के तार?
साइबर सेल की शुरुआती जांच में सामने आया है कि धमकी भरे ये मेल जर्मनी, नीदरलैंड्स और अन्य देशों के आईपी एड्रेस से भेजे गए हैं। हालांकि अधिकारी यह भी मान रहे हैं कि संभवतः वीपीएन (VPN) तकनीक का उपयोग कर असली पहचान को छिपाया गया है, जिससे अपराधियों का पता लगाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।

सुरक्षा बलों ने संभाला मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने स्टेडियम के चारों ओर सुरक्षा घेरा बना दिया है। डॉग स्क्वॉड, बम डिस्पोजल यूनिट और रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है। मैदान के भीतर-बाहर हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

फॉरेंसिक जांच और इंटरनेशनल लिंक
फिलहाल सभी संदिग्ध ईमेल्स और संबंधित डिवाइसेज़ की डिजिटल फॉरेंसिक जांच चल रही है। पुलिस की कोशिश है कि मेल सर्वर और अंतरराष्ट्रीय साइबर एजेंसियों की मदद से इन धमकियों के असली स्रोत तक पहुंचा जाए। एजेंसियां इन धमकियों को सिर्फ "मजाक" मानने की भूल नहीं कर रहीं क्योंकि लगातार धमकियों का सिलसिला एक संगठित साजिश की ओर इशारा कर सकता है।

जनता से की गई शांति की अपील
इस पूरे मामले में प्रशासन ने आम जनता से संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही नागरिकों से कहा गया है कि अगर किसी को किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नज़र आती है तो उसकी जानकारी तुरंत नजदीकी थाने को दें।

यह पूरा मामला न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि ये सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या किसी प्रतिष्ठित स्पोर्ट्स स्थल को बार-बार धमकी मिलना एक बड़ी साजिश का हिस्सा है?