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राजस्थान में कहर बनकर टूटी गर्मी, गंगानगर 46 के करीब! IMD ने कई जिलों को लेकर जारी किया तूफानी अलर्ट!

Rajasthan Weather Today: राजस्थान में मौसम का मिजाज बदल चुका है। पूर्वी जिलों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है जबकि पश्चिमी हिस्सों में लू और धूल भरी हवाओं ने लोगों को बेहाल कर रखा है। जानिए IMD की लेटेस्ट अपडेट।

राजस्थान में कहर बनकर टूटी गर्मी, गंगानगर 46 के करीब! IMD ने कई जिलों को लेकर जारी किया तूफानी अलर्ट!
जानिए IMD की लेटेस्ट अपडेट

राजस्थान की गर्मी और उसके मिजाज का कोई भरोसा नहीं। मई के पहले दो हफ्तों तक जब बादलों की आवाजाही और बारिश ने तपती धरती को कुछ पल की राहत दी, तो लगा जैसे गर्मी की रफ्तार थमने लगी है। लेकिन हकीकत में गर्मी बस कुछ कदम पीछे हटी थी, ताकि लौटकर दोगुने तीखेपन से वार कर सके।

पूर्वी जिलों को बारिश ने दी राहत, मौसम बना सुहावना
शनिवार को पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में मौसम ने करिश्मा कर दिया। कहीं बूंदाबांदी हुई, कहीं हल्की बारिश ने ज़मीन की प्यास बुझाई। चित्तौड़गढ़ में 4.0 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे आम लोगों ने राहत की सांस ली। तापमान कुछ घटा और हवा में नमी ने मौसम को थोड़ी राहत भरी ठंडक दी।

जयपुर, अलवर, सीकर और चित्तौड़गढ़ जैसे जिलों में आंधी और बिजली गिरने की संभावनाओं को देखते हुए IMD ने येलो अलर्ट जारी किया है। हवा में नमी का स्तर भी 30 से 60 प्रतिशत के बीच रहा, जो गर्मी में थोड़ी राहत जरूर देता है।

पश्चिमी राजस्थान अब भी गर्मी के गिरफ्त में, लू और धूल भरी हवाएं परेशान कर रहीं
जहां एक ओर पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बादलों ने राहत पहुंचाई, वहीं पश्चिमी राजस्थान के लोग अब भी भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। बीकानेर, चूरू, जैसलमेर और गंगानगर जैसे जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। गंगानगर में अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री तक पहुंच गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक था।

इन क्षेत्रों में लू चल रही है और आसमान में धूल की चादर सी छा गई है। गर्म हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोग घरों में कैद हैं, और सड़कों पर सन्नाटा पसरा है।

रविवार को कैसा रहेगा मौसम? IMD की चेतावनी
मौसम विभाग ने साफ किया है कि रविवार को पूर्वी राजस्थान के जिलों में तेज आंधी और बारिश की संभावना है। वहीं पश्चिमी जिलों में लू और धूल भरी आंधी से राहत मिलने की उम्मीद कम है। ऐसे में सावधानी जरूरी है, खासकर वृद्धों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए।