राजस्थान स्कूल के बच्चे भी अब जानेंगे सिंदूर की कीमत...पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा Operation Sindoor
Operation Sindoor in School syllabus: राजस्थान में 'ऑपरेशन सिंदूर' को स्कूली सिलेबस में शामिल करने पर विचार हो रहा है। नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को भारतीय सेना की रणनीतिक कार्रवाई से परिचित कराने की तैयारी।

Operation Sindoor in Rajasthan Students Syllabus: भारत के सैन्य पराक्रम और आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' को अब राजस्थान के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने की तैयारी की जा रही है। इस विषय पर सरकार, शिक्षा विभाग और पाठ्यक्रम विशेषज्ञों के बीच गंभीर मंथन शुरू हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किए जा रहे नए सत्र के सिलेबस में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को स्थान दिया जाएगा। इस पर आधारित एक विशेष अध्याय या पुस्तक, संभवतः 'सिंदूर' नाम से प्रकाशित की जा सकती है।
डिप्टी सीएम ने दिए संकेत, शिक्षा बोर्ड भी सहमत
राजस्थान के डिप्टी सीएम पीसी बैरवा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सिलेबस अपग्रेडेशन की प्रक्रिया चल रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे राष्ट्रीय महत्व के सैन्य ऑपरेशन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हम इसे स्कूली किताबों का हिस्सा बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
वहीं राजस्थान शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा ने कहा कि पाठ्यक्रम समिति की अनुशंसा के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा, लेकिन इस प्रस्ताव पर गहन विचार चल रहा है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी। इस घटना ने देशभर में आक्रोश की लहर फैला दी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।
पाकिस्तान के कई आतंकी अड्डों को तबाह किया गया।
जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और सीमापार गोलीबारी की कोशिश की, जिसे भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
बाद में पाकिस्तानी DGMO ने भारत से संपर्क कर सीजफायर की अपील की।
हालांकि सेना की ओर से स्पष्ट किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर “बंद नहीं, केवल स्थगित” किया गया है। यानी, भविष्य में यदि देश में कोई आतंकी हमला होता है, तो सीधा सैन्य जवाब दिया जाएगा।
नई पीढ़ी को जानना होगा सैन्य बलिदान और भारत की चेतावनी
इस पहल का उद्देश्य न सिर्फ बच्चों को भारतीय सेना की ताकत और रणनीतिक समझ से परिचित कराना है, बल्कि उन्हें ये भी सिखाना है कि राष्ट्र के लिए बलिदान और जवाबदेही क्या होती है।
एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी के मुताबिक यह अध्याय सिर्फ एक ऑपरेशन की कहानी नहीं होगी, बल्कि राष्ट्रभक्ति, रणनीति, और जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाएगी।”