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Cyber Attack: सीजफायर के बाद हैकिंग वार! अनूपगढ़ में व्हाट्सऐप ग्रुप बना पाकिस्तान का हथियार

Pakistan Hackers Cyber Attack: सीजफायर के बाद भारत पर साइबर अटैक्स तेज़ हो गए हैं। अनूपगढ़ में पाकिस्तानी हैकरों ने स्थानीय अखबार का व्हाट्सऐप ग्रुप हैक कर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' लिखा। एजेंसियों ने जांच शुरू की।

Cyber Attack: सीजफायर के बाद हैकिंग वार! अनूपगढ़ में व्हाट्सऐप ग्रुप बना पाकिस्तान का हथियार
सीजफायर के बाद भारत पर साइबर अटैक्स तेज़

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर समझौते के बाद भले ही सीमा पर गोलियों की आवाजें थम गई हों, लेकिन पाकिस्तान अब एक और खतरनाक रणनीति के तहत भारत को निशाना बना रहा है  साइबर वॉर के ज़रिए।
राजस्थान के सीमावर्ती अनूपगढ़ में इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला, जहां एक स्थानीय अखबार के ऑफिशियल व्हाट्सऐप ग्रुप को हैक कर लिया गया।

'पाकिस्तान जिंदाबाद' लिखा, भारत विरोधी पोस्ट डाले
इस हैकिंग के बाद हैकर ने ग्रुप का नाम बदलकर "Pakistan Zindabad" कर दिया और ग्रुप में भारत विरोधी पोस्ट और नारेबाजी शुरू कर दी। हैकर द्वारा की गई इस घुसपैठ के बाद स्थानीय लोगों में रोष फैल गया और तुरंत इसकी सूचना अखबार से जुड़े सदस्यों को दी गई।

जैसे ही मामला सामने आया, स्थानीय प्रशासन, पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में इसे सीधा पाकिस्तान समर्थित साइबर हमला माना जा रहा है।

पहलगाम हमले के बाद साइबर वार तेज, एजेंसियों की एडवाइजरी जारी
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत पर साइबर अटैक्स की संख्या में तेज़ी आई है। भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने इस बारे में कई बार चेतावनी दी है कि:

“यह सिर्फ डिजिटल छेड़खानी नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साइबर युद्ध है, जिसका उद्देश्य भारत की डिजिटल संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना है।”

बैंकिंग, रेलवे और सरकारी पोर्टल्स पर भी मंडरा रहा खतरा
महाराष्ट्र साइबर सेल की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक:

बैंकिंग सिस्टम,

रेलवे नेटवर्क,

सरकारी पोर्टल्स
पर भी लगातार साइबर हमलों की कोशिश की जा रही है।

रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि डार्क वेब पर भारतीय टेलीकॉम डाटा का टेराबाइट स्तर पर लीक हुआ है। इससे आधार, पासपोर्ट, बैंक अकाउंट्स, और मोबाइल रिकॉर्ड्स जैसी संवेदनशील जानकारियों के गलत हाथों में जाने की आशंका है।

साइबर इंटेलिजेंस की नई चुनौती
भारत में अब सुरक्षा का दायरा केवल सीमाओं तक नहीं रहा। साइबर इंटेलिजेंस आज देश की आंतरिक स्थिरता और जनमानस की रक्षा का बड़ा कवच बन गया है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे हमले सिर्फ तकनीकी हमले नहीं, बल्कि यह भारत के जन मानस और लोकतंत्र को डिस्टर्ब करने की कोशिश है।