ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान पर मिसाइल अटैक का फैसला किसने लिया? जानिए इस गुप्त मिशन की इनसाइड स्टोरी
ऑपरेशन सिंदूर की इनसाइड स्टोरी: पाकिस्तान पर मिसाइल अटैक का अंतिम फैसला किसने लिया? जानिए NSA डोभाल की रणनीति, टारगेट चयन और पीएम मोदी की मंजूरी के पीछे की पूरी कहानी।

Operation Sindoor Mastermind: 6 मई 2025 की रात 12:37 बजे, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ वह कार्रवाई की जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को भारतीय मिसाइलों से तबाह कर दिया गया। यह हमला न केवल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल के आतंकी हमले का जवाब था, बल्कि भारत की सैन्य और राजनीतिक इच्छाशक्ति का भी एक स्पष्ट संदेश।
लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस हमले का अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नहीं लिया। आइए, जानते हैं इस पूरे ऑपरेशन के पीछे की रणनीति और नेतृत्व की इनसाइड स्टोरी।
ऑपरेशन की स्क्रिप्ट: किसने लिखी रणनीति, कहां से आई मंजूरी
इस बेहद गोपनीय और सटीक ऑपरेशन की पूरी कमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने संभाली। ऑपरेशन की नींव तभी रख दी गई थी जब पहलगाम में हिंदू श्रद्धालुओं पर हमला हुआ था।
NSA डोभाल ने अपनी कोर इंटेलिजेंस टीम के साथ बैठकर पहले चरण में पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की पहचान की। इसके बाद सैटेलाइट और तकनीकी जासूसी के ज़रिए उन ठिकानों की सटीक लोकेशन और मूवमेंट ट्रैक किया गया।
एक सर्जिकल मिशन, जिसमें टारगेट सिर्फ आतंकवादी
जब पूरा ऑपरेशन तैयार हो गया, तब अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें योजना का प्रेजेंटेशन दिया। मोदी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि
"कार्रवाई सिर्फ आतंकी ठिकानों तक सीमित हो नागरिकों और सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान न पहुंचे।"
यह हमला एक सर्जिकल स्ट्राइक से कहीं अधिक सटीक और क्लीन था। मिसाइल अटैक के लिए चयनित सभी ठिकाने आतंकी ट्रेनिंग कैंप, लॉन्च पैड और हथियार डिपो थे।
रात 12:37 बजे उड़ान भरी भारत की मिसाइलों ने
6 मई की रात 12:37 बजे, भारतीय सेना के विशेष कमांड और मिसाइल यूनिट्स ने 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया। ऑपरेशन के बाद सरकार ने आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन ग्लोबल इंटेलिजेंस नेटवर्क्स ने इसकी पुष्टि की।