Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

और देखें
विज़ुअल स्टोरी

'ऑपरेशन सिंदूर' की नायिका, जिसकी रगों में बहता है वतन का जुनून, पांच पीढ़ियों की सेवा में डूबी है कर्नल सोफिया कुरैशी

Col Sofiya Qureshi biography: कर्नल सोफिया कुरैशी, जिनकी पांच पीढ़ियां सेना में देश सेवा कर चुकी हैं, 'ऑपरेशन सिंदूर' की हीरो बनीं। जानिए उनके संघर्ष, सफलता और देशभक्ति से भरे सफर की अनसुनी कहानी।

'ऑपरेशन सिंदूर' की नायिका, जिसकी रगों में बहता है वतन का जुनून, पांच पीढ़ियों की सेवा में डूबी है कर्नल सोफिया कुरैशी
'ऑपरेशन सिंदूर' की नायिका की कहानी

जब भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए दुश्मन के घर में घुसकर आतंक के अड्डों को ध्वस्त किया, तो इस गौरवपूर्ण पल की घोषणा करने वाली दो बहादुर महिलाओं में से एक थीं कर्नल सोफिया कुरैशी। उनके शब्दों में आत्मविश्वास था और आंखों में देश के लिए समर्पण की चमक। लेकिन जो बात उन्हें खास बनाती है, वो है उनका अद्वितीय सैन्य पारिवारिक इतिहास।

पांच पीढ़ियों की सैन्य विरासत की उत्तराधिकारी
कर्नल सोफिया का जन्म गुजरात के वडोदरा में हुआ। उनके दादा भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक थे, पिता ताज मोहम्मद कुरैशी 1971 के युद्ध में शामिल हुए थे। उनके परदादा अंग्रेजों की फौज में थे और 1857 की क्रांति में भी भाग ले चुके थे। अब उनकी अगली पीढ़ी उनका बेटा भारतीय वायुसेना में जाने की तैयारी कर रहा है और बेटी भी सेना में जाने का सपना देख रही है। यह परिवार वाकई "रक्षा परिवार" की जीती-जागती मिसाल है।

शिक्षा से लेकर यूएन मिशन तक, हर कदम पर प्रेरणा बनीं
सोफिया ने वडोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से बायोकैमिस्ट्री में मास्टर्स किया। पीएचडी की पढ़ाई छोड़कर 1999 में भारतीय सेना जॉइन की। उन्होंने सिग्नल कोर से प्रशिक्षण लिया और संचार तकनीकों में महारत हासिल की। संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग मिशन के तहत कांगो में 6 साल सेवा दी और मानवता की रक्षा में भी बड़ा योगदान किया।

‘Exercise Force 18’ की पहली महिला कमांडर
2016 में सोफिया ने “Exercise Force 18” में भारत का नेतृत्व कर इतिहास रचा। यह अभ्यास 18 देशों के साथ ASEAN प्लस फॉर्मेट में हुआ था। वह इस संयुक्त सैन्य अभ्यास की एकमात्र महिला कमांडर थीं।

फौजी जोड़ी: जहां देश पहले, बाकी सब बाद में
कर्नल सोफिया की शादी 2015 में कर्नल ताजुद्दीन बागेवाड़ी से हुई, जो कर्नाटक के बेलगाम जिले के गोकक तालुक के कोन्नूर गांव से हैं। आज यह दंपति देश की सेवा कर रहा है सोफिया जम्मू में तो ताजुद्दीन झांसी में कर्नल के पद पर कार्यरत हैं।

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद देश के दिलों की धड़कन बनीं
भारत की इस जवाबी कार्रवाई के बाद देश के करोड़ों लोगों की नजरें उन वीरों पर गईं जिन्होंने इसे अंजाम दिया। कर्नल सोफिया न केवल एक अधिकारी हैं, बल्कि एक प्रेरणा हैं हर उस युवा के लिए जो देश के लिए कुछ करना चाहता है।