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डिजिटल मीडिया का सबसे बड़ा सम्मान जीत ले गए भारत रफ्तार के रिपोर्टर अभिषेक जोशी, राज्यपाल ने किया सम्मानित

 Best digital media story 2025: राजस्थान के जयपुर में नारद जयंती पर आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में भारत रफ्तार टीवी के अभिषेक जोशी को डिजिटल मीडिया में बेस्ट स्टोरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

डिजिटल मीडिया का सबसे बड़ा सम्मान जीत ले गए भारत रफ्तार के रिपोर्टर अभिषेक जोशी, राज्यपाल ने किया सम्मानित
अभिषेक जोषी को मिला डिजिटल मीडिया का सर्वश्रेष्ठ सम्मान

जयपुर के पाथेय भवन स्थित नारद सभागार में मंगलवार को आयोजित हुआ नारद जयंती पत्रकार सम्मान समारोह, कई मायनों में ऐतिहासिक बन गया। इस कार्यक्रम में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। डिजिटल मीडिया श्रेणी में 'भारत रफ्तार टीवी' के वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक जोशी को 'बेस्ट स्टोरी' अवार्ड से सम्मानित किया गया।

‘सामाजिक समरसता’ पर की स्टोरी ने दिलाया सम्मान
अभिषेक जोशी को यह सम्मान उनके द्वारा प्रस्तुत सामाजिक समरसता पर आधारित रिपोर्टिंग के लिए दिया गया। उन्होंने समाज में समावेश, सौहार्द और विविधता के बीच संतुलन पर केंद्रित एक गहन स्टोरी तैयार की थी, जिसे जूरी ने डिजिटल मीडिया की श्रेणी में श्रेष्ठ माना।

उन्हें यह सम्मान राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ वागड़े, पांचजन्य पत्रिका के संपादक हितेश शंकर, और आरएसएस के जयपुर प्रांत सह संघचालक हेमंत सेठिया के कर-कमलों से प्राप्त हुआ।

प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के भी पत्रकार हुए सम्मानित
इस समारोह में अन्य मीडिया प्रतिनिधियों को भी उनके कार्य के लिए सम्मानित किया गया:

प्रिंट मीडिया: मेघश्याम पाराशर, राजस्थान पत्रिका (स्टोरी – “पुण्यार्थ जीवन, हितार्थ सौदा”)

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया: श्रीवत्सन, न्यूज़ 24 (मेवात में साइबर ठगी पर रिपोर्टिंग)

हितेश शंकर ने ऑपरेशन सिंदूर की नैतिक जीत को बताया ऐतिहासिक
मुख्य वक्ता हितेश शंकर (संपादक, पांचजन्य) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बोलते हुए कहा कि भारत ने इस ऑपरेशन में केवल सैन्य सफलता नहीं पाई, बल्कि नैतिक और वैचारिक विजय भी प्राप्त की। हमने हर मोर्चे पर पारदर्शिता और साक्ष्य प्रस्तुत किए, जबकि पाकिस्तान केवल झूठ फैलाता रहा।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस ऑपरेशन के प्रभाव से बलूचिस्तान, पीओके और अन्य दबे हुए समुदायों को एक नई आशा की किरण मिली और उनमें आवाज़ उठाने का साहस जागा।

राज्यपाल ने कहा – ‘आज की पत्रकारिता को चाहिए नारद जैसी नैतिकता’
राज्यपाल हरिभाऊ वागड़े ने अपने उद्बोधन में कहा कि "नारद मुनि संवाद के आदर्श प्रतीक थे। आज जब पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यावसायिकता हावी हो रही है, तो नारद जैसे मूल्यों की ओर लौटना अनिवार्य हो गया है।" उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे राष्ट्र के सांस्कृतिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक पक्षों को नई पीढ़ी तक पहुंचाएं।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत की गौरवशाली परंपरा, शिक्षा पद्धति, और वैज्ञानिक खोजों को पुनः सामने लाना होगा, तभी भारत नैतिक और वैचारिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेगा।

अभिषेक जोशी की प्रतिक्रिया
सम्मान पाकर अभिषेक जोशी ने कहा कि इस सम्मान को मैं अपनी टीम और संस्थान भारत रफ्तार टीवी को समर्पित करता हूं। पत्रकारिता मेरे लिए सिर्फ खबर देना नहीं, बल्कि समाज में संवाद और समरसता स्थापित करने का माध्यम है।”